आरबीआई ई-रुपी नामक एक डिजिटल करेंसी जारी करेगा। यह कागज के पैसे या सिक्कों के रूप में नहीं, बल्कि डिजिटल रूप में होगा। इसे “लीगल टेंडर” के रूप में जाना जाएगा और आम लोग इसे लेनदेन के लिए उपयोग करने में सक्षम होंगे।